10 Shayari For Bhagat Singh, Rajguru And Sukhdev For 23 March
10 shayari and picture quotes on shaheed divas (23 march) of bhagat singh,rajguru and sukhdev.Best and top sms and messages.
10 Shayari And Picture Quotes On Shaheed Divas 23 March |
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10 shayari for those people who sacrificed their life for the sack of country. and picture quotes to make you remind that these people were the greatest freedom fighter of our country.
We try to show some respect for this brave men by our shaheed divas shayari.Bhagat singh, rajguru and sukhdev were hanged to death on this day. Because they took revenge of murder of lala lajpat rai. Bhagat singh, rajguru and sukhdev killed english police officer J.P Sanders on 17th December 1928. And for this crime all three were hanged to death. At the time of death their age was :-
- Bhagat singh 24 years
- Rajguru 23 years
- Sukhdev 24 years
Fact :- bhagat singh went on hunger strike for 64 days in jail for good food and clothes and respect.
Do you believe that how much sacrifice they did for the freedom of our country and to generate the sense of patriotism in the people's heart. So to show that we are sharing some of the best shayari that will make you patriotic and boost up the feel of being Indian.
10 Shayari On Shaheed Divas 23 March
✐उसका दिल भी रोया होगा...जब एक माँ ने कलेजे का टुकड़ा खोया होगी...!
ऐ शहीदे-ए-आजम फक्र है हमे तेरी शहादत पर...!
✐शत शत नमन ..
बिस्मिल हिन्दू हैं कहते हैं "फिर आऊंगा, फिर आऊंगा,
फिर आकर के ऐ भारत मां तुझको आज़ाद कराऊंगा..
✐वीर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस पर उनको शत् शत् नमन
जब इश्क और क्रांति का अंजाम एक ही है
तो राँझा बनने से अच्छा है भगतसिंह बन जाओ...
✐शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले.. वतन पर मिटने वालों को यही बाकी निशाँ होगा..”"
शहीद ए आज़म
✐सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
ऐ वतन, करता नहीं क्यूँ दूसरी कुछ बातचीत,
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है
ऐ शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत, मैं तेरे ऊपर निसार,
अब तेरी हिम्मत का चरचा ग़ैर की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
वक़्त आने पर बता देंगे तुझे, ए आसमान,
हम अभी से क्या बताएँ क्या हमारे दिल में है
खेँच कर लाई है सब को क़त्ल होने की उमीद,
आशिकों का आज जमघट कूचा-ए-क़ातिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
है लिए हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधर,
और हम तैयार हैं सीना लिए अपना इधर.
ख़ून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्क़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
हाथ, जिन में है जूनून, कटते नही तलवार से,
सर जो उठ जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से.
और भड़केगा जो शोला सा हमारे दिल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
हम तो घर से ही थे निकले बाँधकर सर पर कफ़न,
जाँ हथेली पर लिए लो बढ चले हैं ये कदम.
ज़िंदगी तो अपनी मॆहमाँ मौत की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
यूँ खड़ा मक़्तल में क़ातिल कह रहा है बार-बार,
क्या तमन्ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है?
दिल में तूफ़ानों की टोली और नसों में इन्कलाब,
होश दुश्मन के उड़ा देंगे हमें रोको न आज.
दूर रह पाए जो हमसे दम कहाँ मंज़िल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
वो जिस्म भी क्या जिस्म है जिसमे न हो ख़ून-ए-जुनून
क्या लड़े तूफ़ान से जो कश्ती-ए-साहिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में
✐प्रेमी, पागल, और कवी एक ही चीज से बने होते हैं।
✐राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आज़ाद है.
✐यदि बहरों को सुनना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा. जब हमने बम गिराया तो हमारा धेय्य किसी को मारना नहीं थ. हमने अंग्रेजी हुकूमत पर बम गिराया था . अंग्रेजों को भारत छोड़ना चाहिए और उसे आज़ाद करना चहिये.
✐किसी को “क्रांति ” शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरूपयोग करते हैं उनके फायदे के हिसाब से इसे अलग अलग अर्थ और अभिप्राय दिए जाते है.
✐आम तौर पर लोग चीजें जैसी हैं उसके आदि हो जाते हैं और बदलाव के विचार से ही कांपने लगते हैं। हमें इसी निष्क्रियता की भावना को क्रांतिकारी भावना से बदलने की ज़रुरत है.
✐जो व्यक्ति भी विकास के लिए खड़ा है उसे हर एक रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी , उसमे अविश्वास करना होगा तथा उसे चुनौती देनी होगी.
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I love this shayari for Bhagat singh, Rajguru and Sukhdev, they sacrificed their lives to make us free from slavery,nice article, keep sharing.
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